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शनिवार, 28 नवंबर 2020

जिसको जो कहना है कहने दो, अपना क्या जाता है,, वक्त वक्त की बात है ,वक्त सबका आता है

कि राहे मंजिल में चलते हुए, ,, गम चुनता हूं ,खुशियों को चुनना छोड़ दिया मैंने ,मेरी नाकामी पर कल आसमा हंस रहा था जमीन पर  आइना बिछाया ठोकर मार कर  के तोड़ दिया मैंने 

हमारे यहां, , फ्राइडे ,संडे, मंडे नहीं होला, हमारे लिए हफ्ता सुख और सनीचर इतवार  होता है बर्गर और पिज़्ज़ा चाऊमीन इस शहर वाले के लिए नखरे  वखरे है, हमारे लिए तो खाना लिट्टी चोखा और आचार होता है शहर वाले प्यार करके टूट जाते हैं ,और जब हमारा दिल टूटता टूटा है तो सीधे   यूपीएससी सवार होता है 

आना मेरे गांव में दिखाएंगे तुमको कैसे सूरज और जमीन से प्यार होता है और कितनी खूबियां है मेरे बिहार मैं ,,, तब जाकर बिहार बिहार होता है







शुक्रवार, 2 अक्टूबर 2020

हाथरस की दुखद घटना पर देश भर में उबाल कैमूर के चैनपुर में भी पीडित युवती के लिए न्याय की उठी आवाज

आज चैनपुर हथिया नाराज से चैनपुर थाना तक हाथरस में हुई दुखद कांड में मृत्त युवती मनीषा के बलात्कारियों को फांसी दिलाने और मनीषा के न्याय के लिए चैनपुर के इंसाफ पसंद युवाओं ने कैंडल मार्च निकाला




 इस कैंडल मार्च में डॉक्टर अंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी जमील खान ने कहा कि बेटी को उसके मर्जी के खिलाफ दरिंदों ने नोच डाला उसी बेटी को फिर  बहुत ही बेशर्मी से हाथरस पुलिस ने परिवार की मर्जी के खिलाफ बेटी का दाह संस्कार कर देती है


भीम आर्मी के चैनपुर प्रखंड अध्यक्ष संजीव भारती ने बताया आज हमारे समाज में जिस तरह से चार दरिंदों मिलकर एक बेटी का बलात्कार करते हैं और वहीं पर यूपी पुलिस हाथरस के परिवार के मर्जी के खिलाफ उस बेटी को रात में ही अंतिम संस्कार कर देती है 

जन अधिकार पार्टी का जिला अध्यक्ष. नियाजउद्दीन अंसारी. ने कहा यूपी में योगी सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है वहां आए दिन दलित समाज के बच्चियों के साथ बलात्कार की घटना होती है सरकार और उसके समर्थक बेटियों के समर्थन में खड़े होने के बजाए बलात्कारियों के समर्थन में खड़े हो जाते हैं








गुरुवार, 1 अक्टूबर 2020

हाथरस की दुखद घटना पर देश भर में उबाल कैमूर भगवानपुर में भी पीड़ित युवती मनीषा के लिए न्याय की उठी आवाज

(कैमूर जिले) आज भगवानपुर शहर के डॉक्टर अंबेडकर चौक के पास हाथरस में हुई दुखद कांड मैं मृत्यु युवती मनीषा के बलात्कारियों को फांसी दिलाने और मनीषा के न्याय के लिए भगवानपुर मैं इंसाफ पसंद युवाओं ने कैंडल मार्च निकाला 






भीम आर्मी के प्रखंड अध्यक्ष आशीष ने कहा कि जिस बेटी को उसकी मर्जी के खिलाफ दोषियों ने  नोच डाला उसी बेटी को फिर बहुत ही बेशर्मी से हाथरस पुलिस ने परिवार के मर्जी के खिलाफ बेटी का  दाह संस्कार कर देती है

उन्होंने कहा कि दरिंदों ने जहां जीते जी जबरदस्ती की वही पुलिस ने युवती के मृत्यु के बाद जबरदस्ती जी अब पुलिस और अपराधी दोनों में फर्क ही क्या रह गया

और उन्होंने कहा की यूपी पुलिस पूरी तरह से फेल है बच्चियों के साथ बलात्कार की घटना आए दिन होती है

चैनपुर प्रखंड अध्यक्ष संजीव भारती और लालू भाई, सुलीन शर्मा  कैंडल मार्च में शामिल हुए मनीषा के आत्मा की शांति के लिए1मिनट मौन साधना किए और उसके आरोपी हत्यारा बलात्कारी की फांसी की मांग की









शुक्रवार, 25 सितंबर 2020

भारत बंद- कैमूर भभुआ में किसान बिल के विरोध में जाप- के जिला अध्यक्ष नियाजउद्दीन अंसारी ने किया भभुआ का रोड जाम

 कैमूर जिले के भभुआ शहर के एकता चौक पर जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता ने किसान बिल को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया/ और उन्होंने इस बिल को किसान विरोधी बताएं जन अधिकार पार्टी के जिला अध्यक्ष नियाजउद्दीन अंसारी ने बताया कि केंद्र केंद्र सरकार जो किसान बिल  लाई है या किसान विरोधी है  इससे किसानों को काफी नुकसान होगा सरकार जब से सत्ता में आई है किसानों के हित में कोई काम नहीं कर रही है युवाओं को रोजगार नहीं दिया गया पढ़े लिखे नौजवानों से यह सरकार पकोड़ा बेचवा ने का काम किया आज के युवा पीढ़ी को यह सरकार ने सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है 



डॉक्टर अंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी जमील खान ने किसान बिल के विरोध में नारे लगाए और किसानों का बिल वापस लेने का नारे लगाए और भभुआ एकता चौक पर काफी समय तक रोड पर बैठकर रोड जाम किया गया











शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

कैमूर भभुआ -उमर खालिद और संजीव भट्ट के गिरफ्तारी के विरोध में

 उमर खालिद और  आईपीएस संजीव भट्ट की गिरफ्तारी के विरोध में आज कौमी एकता मंच और डॉक्टर अंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया के नेतृत्व में भभुआ के सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया गया और आईपीएस संजीव भट्ट और उमर खालिद के रिहाई की मांग की गई

डॉ अंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया के प्रदेश मीडियाा प्रभारी जमील खान ने बताया कि सरकार की रवैया मैं उर्दू् नाम वाले को ही टारगेट किया जा रहा है




गुरुवार, 17 सितंबर 2020

2020 जाने अब तक 17 सितंबर को ही क्यों मनाई जाती है विश्वकर्मा पूजा

 हिंदू धर्म में हम सभी त्यौहार को तिथि के मुताबिक मानते हैं हिंदू पंचांग के अनुसार ही हम सभी अपने त्यौहारों को मनाया जाता है लेकिन विश्वकर्मा जयंती उन चंद त्योहारों में से ऐसी है जिसे हमेशा से ही 17 सितंबर को मनाया जाता है इस दिन पूजा करने से व्यापारियों को विशेष फल की प्राप्ति होती है हर वर्ष विश्वकर्मा पूजा एक ही दिन यानी 17 सितंबर को ही क्यों मनाई जाती है इसके पीछे कारण क्या है तो आइए आपको हम आपके सवालों का जवाब इस आर्टिकल में देते हैं

जाने हर वर्ष 17 सितंबर को ही क्यों मनाई जाती है विश्वकर्मा जयंती

इस जयंती को लेकर  मान्यताएं प्रसिद्ध है मान्यता है कि अझिन कृष्णापक्ष की प्रतिपदा तिथि को भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था



कौन है भगवान विश्वकर्मा

हिंदू मान्यताओं के अनुसार प्राचीन काल में देवताओं के महल और अर्थशास्त्र विश्वकर्मा भगवान ने ही बनाया था इन्हें निर्माण का देवता कहा जाता है प्राचीन काल में सोने का लंका भगवान विश्वकर्मा ही बनाए थे









बुधवार, 16 सितंबर 2020

(कैमूर भभुआ )चैनपुर मलिक सराय गांव के बगल में 1789 गांव के विश्वकर्मा मंदिर का निर्माण हुआ था 1938मैं

 कैमूर चैनपुर मलिक सराय विश्वकर्मा मंदिर स्थित जो हर साल की तरह 16 सितंबर से 17 सितंबर तक हर कीर्तन का प्रोग्राम रखा जाता है अच्छे अच्छे कलाकार आते हैं और अपना जज्बे के साथ कलाकारी प्रस्तुत करते हैं और उन कलाकारों के लिए यहां पर भोजन का भी व्यवस्था किया जाता है और  यहां पर काफी लोग एकजुट होकर हर कीर्तन का इंजॉय लेते हैं


1789 गांव का लोग तो नहीं आ पाते हैं लेकिन कुछ अगल बगल के गांव के लोग आते हैं और हर कीर्तन गाते हैं


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