हिंदू धर्म में हम सभी त्यौहार को तिथि के मुताबिक मानते हैं हिंदू पंचांग के अनुसार ही हम सभी अपने त्यौहारों को मनाया जाता है लेकिन विश्वकर्मा जयंती उन चंद त्योहारों में से ऐसी है जिसे हमेशा से ही 17 सितंबर को मनाया जाता है इस दिन पूजा करने से व्यापारियों को विशेष फल की प्राप्ति होती है हर वर्ष विश्वकर्मा पूजा एक ही दिन यानी 17 सितंबर को ही क्यों मनाई जाती है इसके पीछे कारण क्या है तो आइए आपको हम आपके सवालों का जवाब इस आर्टिकल में देते हैं
जाने हर वर्ष 17 सितंबर को ही क्यों मनाई जाती है विश्वकर्मा जयंती
इस जयंती को लेकर मान्यताएं प्रसिद्ध है मान्यता है कि अझिन कृष्णापक्ष की प्रतिपदा तिथि को भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था
कौन है भगवान विश्वकर्मा
हिंदू मान्यताओं के अनुसार प्राचीन काल में देवताओं के महल और अर्थशास्त्र विश्वकर्मा भगवान ने ही बनाया था इन्हें निर्माण का देवता कहा जाता है प्राचीन काल में सोने का लंका भगवान विश्वकर्मा ही बनाए थे
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